माह में आने वाली तिथियों में पूर्णिमा का महत्व किसी से छुपा नहीं है। शुक्ल पक्ष के इस अंतिम दिन को शास्त्रों में सर्व सिद्धिदायक दिन कहा गया है। पूर्णिमा वह खास दिन होता है जब चांद अपनी पूर्ण कला से युक्त रहता है और इससे निकलने वाली चांदनी किसी चमत्कारिक औषधि से कम नहीं। 5 जून को आ रही ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन सर्वार्थसिद्धि योग और वट सावित्री व्रत भी है, इसलिए इस दिन का महत्व और भी ज्यादा हो गया है। वीडियो में देखें गर्भवती महिला वट पूर्णिमा व्रत पूजा कैसे करें ?
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